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मनीष शर्मा, बठिंडा बठिंडा की सुमन व फिरोजपुर की अनीता के बीच वैसे तो कोई नाता नहीं, लेकिन पति की जिंदगी बचाने के लिए दोनों में रिश्ते की अटूट डोर बंध गई है। दोनों ही एक दूसरे की जिंदगी में पतियों की जिंदगी बचाने के लिए मसीहा बनकर आई हैं। ब्लड ग्रुप मैच होने के बाद वे एक-दूसरे के पति को किडनी डोनेट कर रही हैं। फरीदकोट में ह्यूमन आर्गन ट्रांसप्लाटेंशन की ऑथोराइजेशन कमेटी बठिंडा के केस को मंजूरी दे चुकी है, जबकि फिरोजपुर की महिला को भी जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार शहर के वार्ड नंबर बसंत विहार 16 में मकान नंबर 561 में रहने वाली सुमन के पति महेश सिंह की दोनों किडनियां खराब हैं। महेश की लगातार डायलसिस करवानी पड़ती है। उन्होंने जालंधर के एक निजी अस्पताल में इसकी जांच करवाई तो डाक्टर ने दोनों किडनियां खराब होने की बात कही। डाक्टर ने कहा कि एक किडनी मिल जाए तो फिर वह स्वस्थ जिंदगी जी सकेंगे। इस पर सुमन ने सावित्री बन पति महेश की जिंदगी बचाने के लिए किडनी डोनेट करने की इच्छा जाहिर की। यह केस इलाके के लिए बनी आथोराइजेशन कमेटी को भेज दिया गया। वहां सुमन व महेश का ब्लड ग्रुप आपस में मैच नहीं हुआ। कुछ यही हाल फिरोजपुर की मोरी गेट के नजदीक मकान नंबर 190 में रहने वाली अनीता (काल्पनिक नाम) का भी था। उसके पति यशपाल का भी जालंधर के ही अस्पताल में इलाज चल रहा था। यशपाल की भी दोनों किडनी खराब हो गई थी। उसकी पत्नी ने भी किडनी देने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उसका भी पति से ब्लड ग्रुप मैच नहीं हुआ। इसे संयोग ही कहेंगे कि दोनों पक्षों की आपस में मुलाकात हुई तथा सुमन का ब्लड ग्रुप यशपाल से मैच हो गया और अनीता का महेश से। फिर दोनों परिवारों ने मिलकर तय किया कि सुमन फिरोजपुर के यशपाल को किडनी देगी और अनीता महेश को, ताकि दोनों अपने-अपने पति की जिंदगी बचा सकें । सरकारी मेडिकल कालेज फरीदकोट में मंगलवार को हुई आथोराइजेशन कमेटी की बैठक में सुमन की किडनी यशपाल को देने पर सहमति बनी व कमेटी ने हस्ताक्षर कर दिए जबकि फिरोजपुर की अनीता की किडनी महेश को देने के बारे में भी जल्द ही सहमति बन जाएगी। इसके बाद दोनों परिवार खुशहाल जिंदगी जी सकेंगे। सिविल सर्जन बठिंडा डा. नीलम बजाज ने कहा कि यहां के केस को मंजूरी मिल गई है। उधर, सिविल सर्जन फिरोजपुर डा. धर्मपाल गोदारा ने कहा कि पुलिस की तरफ से किसी के न आने के कारण मंजूरी नहीं मिल सकी। संभवत: अगली बैठक में मंजूरी मिल जाएगी।
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